आनंद Chidaksha ChandJun 3, 20231 min readप्रेम अपने में ही आनंद हैअकारणअपने में पूर्णक्या मिलेगा?लाभ लोभ?कुछ भी नहीं मिलेगावहीं वो मिल जाता हैसबकुछजिसे हमने कभी खोया नहींजिसे हम कभी खो नहीं सकतेजो हमारे भीतर मौजूद है
प्रेम अपने में ही आनंद हैअकारणअपने में पूर्णक्या मिलेगा?लाभ लोभ?कुछ भी नहीं मिलेगावहीं वो मिल जाता हैसबकुछजिसे हमने कभी खोया नहींजिसे हम कभी खो नहीं सकतेजो हमारे भीतर मौजूद है
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